Thursday, November 29, 2018

अरुनिमा सिन्हा की बहादुरी को सलाम ।


" असफल हम तब नहीं होते जब हम अपने उद्देश्य को पाने के कही कम पड़ जाते है मगर जब हमारे                              पास कोई बड़ा उद्देश ही नहीं होता तब हम नाकामयाब हो जाते है।’

अरुनिमा सिन्हा दुनिया की पहली महिला और भारत की पहली विकलांग महिला है जिन्होंने माउंट एवरेस्ट पर चढने का काम कर दिखाया है। अरुनिमा सिन्हा राष्ट्रीय स्थर की वॉलीबॉल खिलाडी भी है।
एक बार वह ट्रेन से जा रही थी और अचानक वहापर कुछ चोर आ गए और उन्होंने उनके गले का हार जबरन निकालते समय उन्हें चलती ट्रेन के निचे फेक दिया था। ट्रेन की पटरी पर गिरने के बाद उनके शरीर के ऊपर से 49 ट्रेन उन्हें कुचलकर चली गयी।
ऐसी ख़राब हालत में उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया उस वक्त उनके पैर पूरी तरहसे कट चूका था इसीलिए उनके पैर में रॉड डालकर पैर को ठीक किया गया। उनकी कहानी मीडिया में बहुत मशहूर हुई मगर उसकी वजह से उन्हें कुछ आलोचना और अफवाह का सामना भी करना पड़ा।
उसके बाद में उन्होंने फैसला की किया खुद को सही साबित करने के लिए कुछ करना ही पड़ेगा। फिर उन्होंने फैसला किया वह माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने का मुश्किल काम कर दिखाएंगी और वो भी अपनी विकलांगता के साथ। जब उन्होंने अपना यह फैलसा सुनाया तो सभीने उनका मजाक उड़ाया और डॉक्टर ने भी उन्हें जाने के लिए मना कर दिया था।
मगर उन्होंने किसी की एक बात भी नहीं सुनी उन्होंने ठान लिया की इस नामुमकिन काम को कर दिखाना है और दुनिया के सबसे उचे माउंट एवरेस्ट पर चढ़ कर दिखाना ही है।
                                                                                           Source : https://bit.ly/2Rn4uQG

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