Wednesday, April 13, 2011

Mamtamai Shri Radhe Maa - Shobha Yatra 2011


चैत्र की नवरात्री के राम नवमी के  पावन, शुभ और मंगल अवसर पर  ममतामयी श्री राधे माँ जी के पुण्य सानिध्य में डेरा परमहंस बाग़,मुकेरियां (पंजाब) में ,शाम ५ बजे , भव्य राम दरबार,विभिन्न देवी देवताओं की मनुहारी झान्कियाओं के संग माँ की पावन ज्योत के दर्शन,सारा का सारा वातावरण उत्साह,भक्ति,लगन और श्रद्धा से भरपूर, ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो पूर्ण देवलोक स्वयं धरती पर अवतरित हो गया हो , इस भव्य शोभा यात्रा का मुख्या आकर्षण रहा ममतामयी श्री राधे माँ जी के निर्मित विशेष रथ जिसे विशेष तौर पर इस राम नवमी की भव्य शोभायात्रा हेतु बनवाया गया था, इस स्वर्ण रथ में चारों ओर मीनाकारी किये हुए स्तम्भ और ऊपरी नक्काशी के दोनों ओर दो स्वर्ण शेर विराजमान थे और ऐसा आभास दे रहे थे कि हम खुश नसीब हैं जो राधे माँ जी के इस अप्रतिम रथ कि शोभा बने हैं, वातानुकूलित इस अनुपम रथ में देवी माँ जी का आसन और उसके निकट ही महंत बाबा बलदेवदास जी का आसन सजाया गया था भक्ति से भरी तन्मयेता का ऐसा अनूठी संरचना बड़े ही विरले लोगों को देखनी नसीब होती है!
करीब ५.३० बजे करुणामयी श्री राधे माँ जी ने स्वयं रथ पर सवार होकर ,बेसब्री से इंतज़ार कर रहे अपने भक्तों को अपने दुर्लभ और दिव्य दर्शनों से निहाल कर दिया और बड़ी ही सुन्दर और आकर्षक आतिशबाजी सहित इस भव्य शोभायात्रा का शुभारम्भ  हुआ ,ज्यूँ ही यात्रा शुरू हुई ऊपर आसमान से एक विमान से पुष्पों की वर्षा से स्वागत किया गया और   ये पुष्पों से भरा स्वागत यात्रा में निरंतर होता रहा, यात्रा में अपनी हाजरी लगाने और श्री राधे माँ जी के दिव्य दर्शन पाने के लिए सुप्रसिद्ध गायक मास्टर सलीम ,श्री सरदूल सिकंदर ,मिक्की सिंह, माशा अली  और संजीव कोहली ने पूरी यात्रा में भावपूर्ण भजनों से माँ का और इस शोभायात्रा का गुणगान  किया ,डेरा परंहंस बाग़ से निकल के यात्रा पूरे मुकेरियां शहर से गुजरी और हज़ारों कि तादाद में मुकेरियां वासियों ने देवी माँ जी के विशाल और सुन्दर स्वर्णिम रथ के आगे  नाच नाच कर माँ का स्वागत किया एवं आरती उतार कर अपने भाव प्रकट किये और रज रज ममतामयी श्री राधे माँ जी के दुर्लभ दर्शनों का लाभ लिया 
लगभग ६ घंटे चली इस मनमोहक,मनुहारी और अनुपम शोभायात्रा में सारे विश्व भर से पधारे भक्तों ने बढ़ चढ़ के हिस्सा लिया और इस शोभायात्रा को फलदायी , इच्छापूरक और  सफल तो बनाया ही परन्तु भक्तों ने  स्वयं अक्षय पुण्य के भागी बनने का सौभाग्य प्राप्त किया
जय माता दी     
 

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