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Friday, January 26, 2018

हनुमानजी को चमेली का तेल क्यों चढ़ाया जाता है?

श्रीराम जी के परम भक्त हनुमान जी, अपने भक्तों के सब दुखों को दूर करने वाले और विघ्नहर्ता है| चमेली का तेल हनुमान जी को अत्यंत प्रिय है| चमेली का तेल और सिन्दूर लगाने से हनुमान जी की विशेष कृपा बनी रहती है| जिस तरह से प्रत्येक भगवान की पसंदीदा वस्तु भिन्न-भिन्न होती है, उसी प्रकार चमेली के तेल से हनुमान जी शीघ्र प्रसन्न हो जाते है|


चमेली का तेल, जिसका एक अन्य नाम है “यासमीन”, जिसका अर्थ है “भगवान की देन”| अर्थात चमेली का फूल और चमेली के फूल से निर्मित हर वस्तु भगवान को प्रिय है, क्योंकि वह स्वयं प्रभु के द्वारा प्रदत्त है| इसीलिए चमेली का तेल हनुमान जी को सर्वथा प्रिय रहा है| ऐसा माना जाता है कि बजरंगबली भगवान को सिन्दूर और चमेली के तेल से लेप करने से सारी मनोकामनाएँ पूर्ण होती है|

इसके पीछे रामायण काल की एक कथा भी प्रचलित है| एक बार सीता माता अपनी माँग में सिन्दूर लगा रही थी, उस समय हनुमान जी भी वहाँ उपस्थित थे| तब उन्होंने सीता माता से सिन्दूर लगाने का कारण पुछा| सीता माता ने कहा कि सिन्दूर लगाने से उनके पति अर्थात भगवान राम की उम्र लम्बी हो जाएगी| ऐसा सुनकर हनुमान जी ने सोचा की में यदि मैं अपने पूरे शरीर पर सिन्दूर लगा लूँ तो भगवान राम की उम्र बहुत लम्बी हो जाएगी और वो मुझसे प्रसन्न भी होंगे| हनुमान जी ने अपने पूरे शरीर पर सिन्दूर मल लिया| तभी से हनुमान जी को चमेली के तेल में सिन्दूर मिलाकर लगाने की मान्यता है| माना जाता है कि ऐसा करने से भगवान राम प्रसन्न होंगे और इससे उनके प्रिय भक्त हनुमान की कृपा हम पर बनी रहेगी|

इसके अतिरिक्त भी हनुमान जी की पूजा में चमेली के तेल का उपयोग करने के पीछे अनेक कारण है-
चमेली के तेल का दीपक हर मंगलवार को हनुमान जी के समक्ष लगाने या हनुमान जी की पूजा में चमेली के तेल का दीपक रखने से बजरंगबली सारे दुखों और कष्टों को हर लेते है और भक्तों को सुखी व समृद्ध जीवन का आशीर्वाद देते है|

कहा जाता है कि हनुमान जी को चमेली के फूल की सुगन्ध से अत्यंत प्रेम है| इस कारण से उनकी पूजा में चमेली के तेल का दीपक जलाने या सिन्दूर में चमेली का तेल मिलाकर उनके शरीर पर लगाने से हनुमान जी की असीम कृपादृष्टि बनी रहती है| इससे घर में कभी भी दुःख या कष्ट नहीं आता|

प्रत्येक मंगलवार चमेली के तेल के दीपक जलाने से हनुमान जी की कृपा से घर में सुख-शांति का वास रहता है| इसके अतिरिक्त भूत-प्रेत या किसी काले साये के पास आने का खतरा भी नहीं होता|

अतः इन्हीं कारणों से चमेली का तेल हनुमान जी की पूजा में शुभ माना जाता है| इसके प्रयोग से वातावरण सुगंधमय हो जाता है, जिससे हनुमान जी की पूजा ध्यान और एकाग्रता बनी रहती है|

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